
राम मंदिर उद्घाटन समारोह कब और कहाँ
भव्य श्री राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सात हजार विशेष मेहमान और चार हजार संतों की मौजूदगी में पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी, यानी 22 जनवरी को, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्व के 50 देशों और सभी राज्यों से करीब 20 हजार अतिथि अयोध्या में उपस्थित रहेंगे। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए 20 दिसंबर से ही अक्षत वितरण अभियान शुरू होगा।
इस श्रेणी के लिए एक विशेष आमंत्रण गीत भी तैयार किया गया है, जो की विश्व हिंदू परिषद के तरफ से प्रस्तुत किया जाएगा। गीत में अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के लिए दिए जाने वाले बलिदान और संघर्ष की भावना को बहुत अच्छी तरह से प्रकट किया गया है।
इस मौके पर राघवराजी के अवधपुरी में प्राण प्रतिष्ठा होने के लिए एक निमंत्रण गीत भी तैयार किया गया है, जो मेलोदायर्म बनाए जाएंगे। गीत में विश्वास और उत्साह की भावना से भरी गई है, जिसे सुनकर लोग अपनी भक्ति भावना को साझा करेंगे।
इस श्रेणी के अंतर्गत, विहिप कार्यकर्ता भी अक्षत वितरण के माध्यम से लोगों को रामलला के दर्शन के लिए न्योता देने का कार्य करेंगे। हालांकि, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 25 जनवरी के बाद ही लोगों को अयोध्या आने की सलाह दी है, इसे सावधानीपूर्वक और अनुशासनपूर्वक आयोजित किया जाएगा।
इस पवित्र यात्रा की शुरुआत के लिए सात किलो चांदी और एक किलो सोने से बनी प्रभु की चरण पादुकाएं, जिन्हें लोग समर्पित करेंगे, 19 जनवरी को अयोध्या में पहुंच जाएंगी।
22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर में 11 बजे करेंगे प्रवेश
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने घोषित किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य यजमान होंगे। प्रधानमंत्री मोदी 11 बजे राम मंदिर में प्रवेश करेंगे और फिर 12 बजे पूजा के लिए बैठेंगे। इस अद्वितीय अवसर पर, देशभर से सात हजार विशेष मेहमान और चार हजार संत उपस्थित होंगे, जो रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को गौरवित करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां बहुतेजी से चल रही हैं और 22 जनवरी को पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी के दिन इस महत्वपूर्ण समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर विश्व के 50 देशों से और सभी राज्यों से करीब 20 हजार अतिथि उपस्थित रहेंगे। इसके लिए तैयारी में, 20 दिसंबर से अक्षत वितरण अभियान शुरू होगा, जो इस महत्वपूर्ण क्षण की उच्च उपयुक्ति को बढ़ावा देगा।
न्योते के लिए, विश्व हिंदू परिषद ने एक आमंत्रण गीत भी तैयार किया है, जो इस उत्कृष्ट समारोह को और भी दिलचस्प बनाए रखने का एक प्रयास है।
रघुवरजी के अवधपुरी में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है और इस महत्वपूर्ण घड़ी में सभी भक्तों को अयोध्या आने की स्वीकृति दी जा रही है। एक महत्वपूर्ण सूचना के अनुसार, अयोध्या आने की अनुमति के लिए आम लोगों को भी इस अवधि में अयोध्या नहीं आने और अपने घर पर ही लाइव टेलिकास्ट देखने की अपील की गई है।
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद, रामलला की दर्शन की अनुमति 25 जनवरी के बाद दी जाएगी, हालांकि करीब एक महीने तक अयोध्या में वीआईपी मूवमेंट जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपालों के लिए 26 जनवरी से 22 फरवरी के बीच दर्शन, पूजा, और सरयू आरती के लिए तिथियां तय की गईं हैं।
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