
नूंह हिंसा के वीडियो कनेक्शन – 50 लाख लोगों द्वारा देखा गया, 20 हजार ने आगे बढ़ाया।
ह हिंसा के जिम्मेदार व्यक्तियों ने काफी समय से भड़काने वाले वीडियो को वायरल किया था। वीडियो में पुलिस के हाथ पांव तोड़ने से लेकर बृजमंडल यात्रा को लेकर विवादित बातें कही जा रही थीं। हालांकि, पुलिस ने वायरल हो रहे वीडियो के दुष्परिणाम को देखने में सक्षम नहीं हो सकी। नूंह दंगों के परिणामस्वरूप, 31 जुलाई को से लेकर रात तक वहां लगातार हिंसा की घटनाएं घट रही थीं। फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, पानीपत जैसे शहरों में अधिकांश छिटपुट घाटनाएं हुईं और लोग डर के साये में रहे। लेकिन अब 5-6 दिनों के परिश्रम के बाद, पुलिस शांति कायम रखने की कोशिश में जुट गई है। धैर्यवानी से, नूंह जिले में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
राजस्थान के भरतपुर जिले में घाटमिका निवासी जुनैद और नासिर की फरवरी में हत्या कर दी गई। दोनों के शव एक कार में भिवानी में मिले थे। लोगों ने हत्या का आरोप मोनू मानेसर पर लगाया है। राजस्थान की पुलिस मोनू मानेसर की तलाश भी कर रही है। इससे संबंधित हरियाणा के नूंह, राजस्थान के अलवर, भरतपुर इलाकों में फरवरी में कई विरोध प्रदर्शन हुए थे। नूंह में अंबेडकर चौक आदि स्थानो पर फरवरी में तोड़फोड़ और आगजानी भी हुई थी। इस हत्याकांड के बाद से ही मोनू मानेसर और उसके साथियों के खिलाफ लोगों में रोष पैदा हो गया था। सूत्रों के अनुसार, जुनैद और नासिर की हत्या के बाद नूंह, भरतपुर, अलवर, पलवल के कई लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। उनमें सोशल मीडिया पर काफी संवाद हो रहा था।
मोनू मानेसर का जारी हुआ वीडियो
31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा को लेकर मोनू मानसर ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने खुद के बारे में बात की। उनके वीडियो में कई लोगों को यात्रा को समर्थन देने की अपील की गई। उन्होंने यात्रा को सफल बनाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया।
बिट्टू के वीडियो में भड़काऊ बात कही गई
31 जुलाई को यात्रा निकलने जा रही थी, जिसमें फरीदाबाद से एक धार्मिक संगठन के पदाधिकारी बिट्टू बजरंगी समर्थकों के साथ शामिल होने की योजना थी। इस दौरान, उनके एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने काफी भड़काने वाली बातें कहीं। वीडियो की चर्चा तेजी से होने लगी और कुछ घंटों में वीडियो देखकर लोग जुट गए और हिंसा फैल गई।
50 लाख लोगो ने देखा वीडियो
25 जुलाई से 31 जुलाई तक की जानकारी के लिए वायरल अलग-अलग वीडियो को अब तक करीब 50 लाख लोगों ने देखा है, साथ ही 20 हजार लोगों ने इन्हें शेयर किया है। इन वीडियों पर हजारों लाइक और कमेंट भी हुए हैं। लेकिन पुलिस ने वायरल हो रहे वीडियो को हल्के में लेने का निर्णय किया है। इससे हिंसा और उभरी है।
पुलिस कर रही कार्रवाई
नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारनिया के संबंध में सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट और वायरल करने के संबंधी मामले में मुक़दमा दर्ज किया जा रहा है। इस मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। लोगों को वायरल हो रहे वीडियों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
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