पंचकूला में हुआ देश के सबसे बड़े रावण का दहन, 18 लाख रुपये हुए खर्च! जानें क्या था खास 

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हर साल दशहरा के दिन, रावण के पुतले का दहन भारत भर में उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान राम के विजय के संकेत के रूप में मनाया जाता है, जिसमें श्रीराम ने लंका के राजा रावण को मारकर अपनी पत्नी सीता को बचाया था। यह पर्व भारतीय समाज में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, और विभिन्न राज्यों में विभिन्न तरीकों से आयोजित किया जाता है।

इस साल, पंचकूला, हरियाणा में दशहरा का आयोजन बेहद धूमधाम से किया गया था। इस आयोजन में एक विशाल रावण का पुतला बनाया गया था, और इसके दहन का खास आयोजन किया गया था। इस रावण के पुतले का दहन ने दर्शकों को मनोरंजन का बहुत अच्छा सामग्री प्रदान किया और उन्हें एक महान ऐतिहासिक कथा का अनुभव करने का मौका दिया।

इस वर्ष के दशहरा के दिन, पंचकूला में हुआ भारत के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन। इस दरबार के दशहरा का आयोजन हर साल होता है, लेकिन इस बार यहां पर विशाल रावण के पुतले का दहन हुआ, जिसमें करीब 18 लाख रुपये का खर्च किया गया।

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रावण के पुतले के दहन का आयोजन स्वागत के साथ हुआ, और यह दिखाने का मौका दिया कि इस साल के दशहरा के आयोजन को विशेष रूप से तैयारी और ध्यान से आयोजित किया गया था।

आयोजन का विवरण

पंचकूला के दशहरा आयोजन में रावण के पुतले का निर्माण विशेष ध्यान से किया गया था। इस पुतले की ऊँचाई करीब 80 फीट थी और इसे एक विशेष स्ट्रक्चर में तैयार किया गया था।

रावण के पुतले का निर्माण कार्यकर्ताओं और कला संगठनों के सहयोग से किया गया था, जिन्होंने पुतले को एक विशेष मुद्रित प्लेटफार्म पर खड़ा किया। इस पुतले के रूप में, रावण का विविध रूप प्रदर्शित किया गया था, और यह दर्शकों के लिए एक अत्यंत मनोरंजन स्त्रोत था।

दशहरा के दिन, इस विशाल रावण के पुतले की विशेष पूजा की गई, और फिर उसका दहन किया गया। इस दहन के मौके पर बड़ी भीड़ जमा थी, जो रावण के दहन का अद्भुत दृश्य देखने के लिए आई थी। 

आयोजन के अन्य आकर्षण

पंचकूला के दशहरा आयोजन में रावण के पुतले के दहन के अलावा भी कई अन्य आकर्षण थे। इसमें कला और संस्कृति के कई प्रदर्शन भी शामिल थे, जिनमें स्थानीय कला समृद्धि, रंगमंच प्रस्तुतियां, और खास गीत-नृत्य प्रदर्शन शामिल थे। 

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